Original

कामये त्वां विशालाक्षि बहुमन्यस्व मां प्रिये ।सर्वाङ्गगुणसंपन्ने सर्वलोकमनोहरे ॥ ३ ॥

Segmented

कामये त्वाम् विशाल-अक्षि बहु मन्यस्व माम् प्रिये सर्व-अङ्ग-गुण-सम्पन्ने सर्व-लोक-मनोहरे

Analysis

Word Lemma Parse
कामये कामय् pos=v,p=1,n=s,l=lat
त्वाम् त्वद् pos=n,g=,c=2,n=s
विशाल विशाल pos=a,comp=y
अक्षि अक्ष pos=a,g=f,c=8,n=s
बहु बहु pos=a,g=n,c=2,n=s
मन्यस्व मन् pos=v,p=2,n=s,l=lot
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
प्रिये प्रिय pos=a,g=f,c=8,n=s
सर्व सर्व pos=n,comp=y
अङ्ग अङ्ग pos=n,comp=y
गुण गुण pos=n,comp=y
सम्पन्ने सम्पद् pos=va,g=f,c=8,n=s,f=part
सर्व सर्व pos=n,comp=y
लोक लोक pos=n,comp=y
मनोहरे मनोहर pos=a,g=f,c=8,n=s