Original

ऋद्धिं ममानुपश्य त्वं श्रियं भद्रे यशश्च मे ।किं करिष्यसि रामेण सुभगे चीरवाससा ॥ २४ ॥

Segmented

ऋद्धिम् मे अनुपश्य त्वम् श्रियम् भद्रे यशः च मे किम् करिष्यसि रामेण सुभगे चीर-वाससा

Analysis

Word Lemma Parse
ऋद्धिम् ऋद्धि pos=n,g=f,c=2,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
अनुपश्य अनुपश् pos=v,p=2,n=s,l=lot
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
श्रियम् श्री pos=n,g=f,c=2,n=s
भद्रे भद्र pos=a,g=f,c=8,n=s
यशः यशस् pos=n,g=n,c=2,n=s
pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
किम् pos=n,g=n,c=2,n=s
करिष्यसि कृ pos=v,p=2,n=s,l=lrt
रामेण राम pos=n,g=m,c=3,n=s
सुभगे सुभग pos=a,g=f,c=8,n=s
चीर चीर pos=n,comp=y
वाससा वासस् pos=n,g=m,c=3,n=s