रामायणम् — 5.18.17
Original
Segmented
लोकेभ्यो यानि रत्नानि सम्प्रमथ्य आहृतानि मे तानि ते भीरु सर्वाणि राज्यम् च एतत् अहम् च ते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
लोकेभ्यो | लोक | pos=n,g=m,c=5,n=p |
यानि | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
रत्नानि | रत्न | pos=n,g=n,c=2,n=p |
सम्प्रमथ्य | सम्प्रमथ् | pos=vi |
आहृतानि | आहृ | pos=va,g=n,c=2,n=p,f=part |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
तानि | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
भीरु | भीरु | pos=a,g=f,c=8,n=s |
सर्वाणि | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=p |
राज्यम् | राज्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |