Original

क्षितिक्षमा पुष्करसंनिभाक्षी या रक्षिता राघवलक्ष्मणाभ्याम् ।सा राक्षसीभिर्विकृतेक्षणाभिः संरक्ष्यते संप्रति वृक्षमूले ॥ २९ ॥

Segmented

क्षिति-क्षमा पुष्कर-संनिभ-अक्षी या रक्षिता राघव-लक्ष्मणाभ्याम् सा राक्षसीभिः विकृत-ईक्षणाभिः संरक्ष्यते संप्रति वृक्ष-मूले

Analysis

Word Lemma Parse
क्षिति क्षिति pos=n,comp=y
क्षमा क्षम pos=a,g=f,c=1,n=s
पुष्कर पुष्कर pos=n,comp=y
संनिभ संनिभ pos=a,comp=y
अक्षी अक्ष pos=a,g=f,c=1,n=s
या यद् pos=n,g=f,c=1,n=s
रक्षिता रक्ष् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
राघव राघव pos=n,comp=y
लक्ष्मणाभ्याम् लक्ष्मण pos=n,g=m,c=3,n=d
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
राक्षसीभिः राक्षसी pos=n,g=f,c=3,n=p
विकृत विकृ pos=va,comp=y,f=part
ईक्षणाभिः ईक्षण pos=n,g=f,c=3,n=p
संरक्ष्यते संरक्ष् pos=v,p=3,n=s,l=lat
संप्रति सम्प्रति pos=i
वृक्ष वृक्ष pos=n,comp=y
मूले मूल pos=n,g=n,c=7,n=s