रामायणम् — 5.14.24
Original
Segmented
काम-भोगैः परित्यक्ता हीना बन्धु-जनेन च धारयति आत्मनः देहम् तद्-समागम-काङ्क्षिणी
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
काम | काम | pos=n,comp=y |
भोगैः | भोग | pos=n,g=m,c=3,n=p |
परित्यक्ता | परित्यज् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
हीना | हा | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
बन्धु | बन्धु | pos=n,comp=y |
जनेन | जन | pos=n,g=m,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
धारयति | धारय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
देहम् | देह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तद् | तद् | pos=n,comp=y |
समागम | समागम | pos=n,comp=y |
काङ्क्षिणी | काङ्क्षिन् | pos=a,g=f,c=1,n=s |