रामायणम् — 5.14.19
Original
Segmented
सर्वान् भोगान् परित्यज्य भर्तृ-स्नेह-बलात् कृता अचिन्तयित्वा दुःखानि प्रविष्टा निर्जनम् वनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
भोगान् | भोग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
परित्यज्य | परित्यज् | pos=vi |
भर्तृ | भर्तृ | pos=n,comp=y |
स्नेह | स्नेह | pos=n,comp=y |
बलात् | बल | pos=n,g=n,c=5,n=s |
कृता | कृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
अचिन्तयित्वा | अचिन्तयित्वा | pos=i |
दुःखानि | दुःख | pos=n,g=n,c=2,n=p |
प्रविष्टा | प्रविश् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
निर्जनम् | निर्जन | pos=a,g=n,c=2,n=s |
वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |