Original

इयं कनकवर्णाङ्गी रामस्य महिषी प्रिया ।प्रनष्टापि सती यस्य मनसो न प्रणश्यति ॥ ४६ ॥

Segmented

इयम् कनक-वर्ण-अङ्गी रामस्य महिषी प्रिया प्रनष्टा अपि सती यस्य मनसो न प्रणश्यति

Analysis

Word Lemma Parse
इयम् इदम् pos=n,g=f,c=1,n=s
कनक कनक pos=n,comp=y
वर्ण वर्ण pos=n,comp=y
अङ्गी अङ्ग pos=a,g=f,c=1,n=s
रामस्य राम pos=n,g=m,c=6,n=s
महिषी महिषी pos=n,g=f,c=1,n=s
प्रिया प्रिय pos=a,g=f,c=1,n=s
प्रनष्टा प्रणश् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
अपि अपि pos=i
सती अस् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
यस्य यद् pos=n,g=m,c=6,n=s
मनसो मनस् pos=n,g=n,c=6,n=s
pos=i
प्रणश्यति प्रणश् pos=v,p=3,n=s,l=lat