रामायणम् — 5.13.39
Original
Segmented
वैदेह्या यानि च अङ्गेषु तदा रामो ऽन्वकीर्तयत् तानि आभरण-जालानि गात्र-शोभिन् अलक्षयत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैदेह्या | वैदेही | pos=n,g=f,c=6,n=s |
यानि | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
अङ्गेषु | अङ्ग | pos=n,g=n,c=7,n=p |
तदा | तदा | pos=i |
रामो | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽन्वकीर्तयत् | अनुकीर्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
तानि | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
आभरण | आभरण | pos=n,comp=y |
जालानि | जाल | pos=n,g=n,c=2,n=p |
गात्र | गात्र | pos=n,comp=y |
शोभिन् | शोभिन् | pos=a,g=n,c=2,n=p |
अलक्षयत् | लक्षय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |