Original

मुष्णन्तमिव चक्षूंषि द्योतमानमिव श्रिया ।विमलं प्रांशुभावत्वादुल्लिखन्तमिवाम्बरम् ॥ १७ ॥

Segmented

मुष्णन्तम् इव चक्षूंषि द्योतमानम् इव श्रिया विमलम् प्रांशु-भाव-त्वात् उल्लिखन्तम् इव अम्बरम्

Analysis

Word Lemma Parse
मुष्णन्तम् मुष् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
इव इव pos=i
चक्षूंषि चक्षुस् pos=n,g=n,c=2,n=p
द्योतमानम् द्युत् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
इव इव pos=i
श्रिया श्री pos=n,g=f,c=3,n=s
विमलम् विमल pos=a,g=m,c=2,n=s
प्रांशु प्रांशु pos=a,comp=y
भाव भाव pos=n,comp=y
त्वात् त्व pos=n,g=n,c=5,n=s
उल्लिखन्तम् उल्लिख् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
इव इव pos=i
अम्बरम् अम्बर pos=n,g=n,c=2,n=s