Original

एवं तु मत्वा हनुमान्महात्मा प्रतीक्षमाणो मनुजेन्द्रपत्नीम् ।अवेक्षमाणश्च ददर्श सर्वं सुपुष्पिते पर्णघने निलीनः ॥ ५१ ॥

Segmented

एवम् तु मत्वा हनुमन्त् महात्मा प्रतीक्षमाणो मनुज-इन्द्र-पत्नीम् अवेक्षमाणः च ददर्श सर्वम् सु पुष्पिते पर्ण-घने निलीनः

Analysis

Word Lemma Parse
एवम् एवम् pos=i
तु तु pos=i
मत्वा मन् pos=vi
हनुमन्त् हनुमन्त् pos=n,g=m,c=1,n=s
महात्मा महात्मन् pos=a,g=m,c=1,n=s
प्रतीक्षमाणो प्रतीक्ष् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
मनुज मनुज pos=n,comp=y
इन्द्र इन्द्र pos=n,comp=y
पत्नीम् पत्नी pos=n,g=f,c=2,n=s
अवेक्षमाणः अवेक्ष् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
pos=i
ददर्श दृश् pos=v,p=3,n=s,l=lit
सर्वम् सर्व pos=n,g=n,c=2,n=s
सु सु pos=i
पुष्पिते पुष्पित pos=a,g=m,c=7,n=s
पर्ण पर्ण pos=n,comp=y
घने घन pos=n,g=m,c=7,n=s
निलीनः निली pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part