रामायणम् — 5.12.39
Original
Segmented
ताम् काञ्चनैः तरु-गणैः मारुतेन च वीजिताम् किङ्किणी-शत-निर्घोषाम् दृष्ट्वा विस्मयम् आगमत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
काञ्चनैः | काञ्चन | pos=a,g=m,c=3,n=p |
तरु | तरु | pos=n,comp=y |
गणैः | गण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
मारुतेन | मारुत | pos=n,g=m,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
वीजिताम् | वीजय् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
किङ्किणी | किङ्किणी | pos=n,comp=y |
शत | शत | pos=n,comp=y |
निर्घोषाम् | निर्घोष | pos=n,g=f,c=2,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
विस्मयम् | विस्मय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आगमत् | आगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lun |