रामायणम् — 5.12.34
Original
Segmented
विविधैः मृग-संघैः च विचित्राम् चित्र-काननाम् प्रासादैः सु महद्भिः च निर्मितैः विश्वकर्मणा काननैः कृत्रिमैः च अपि सर्वतः समलंकृताम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विविधैः | विविध | pos=a,g=m,c=3,n=p |
मृग | मृग | pos=n,comp=y |
संघैः | संघ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
विचित्राम् | विचित्र | pos=a,g=f,c=2,n=s |
चित्र | चित्र | pos=a,comp=y |
काननाम् | कानन | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्रासादैः | प्रासाद | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सु | सु | pos=i |
महद्भिः | महत् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
निर्मितैः | निर्मा | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
विश्वकर्मणा | विश्वकर्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
काननैः | कानन | pos=n,g=n,c=3,n=p |
कृत्रिमैः | कृत्रिम | pos=a,g=n,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
सर्वतः | सर्वतस् | pos=i |
समलंकृताम् | समलंकृ | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |