Original

सागरानूपजे देशे बहुमूलफलोदके ।चितां कृत्वा प्रवेक्ष्यामि समिद्धमरणीसुतम् ॥ ४१ ॥

Segmented

सागर-अनूप-जे देशे बहु-मूल-फल-उदके चिताम् कृत्वा प्रवेक्ष्यामि समिद्धम् अरणी-सुतम्

Analysis

Word Lemma Parse
सागर सागर pos=n,comp=y
अनूप अनूप pos=n,comp=y
जे pos=a,g=m,c=7,n=s
देशे देश pos=n,g=m,c=7,n=s
बहु बहु pos=a,comp=y
मूल मूल pos=n,comp=y
फल फल pos=n,comp=y
उदके उदक pos=n,g=m,c=7,n=s
चिताम् चिता pos=n,g=f,c=2,n=s
कृत्वा कृ pos=vi
प्रवेक्ष्यामि प्रविश् pos=v,p=1,n=s,l=lrt
समिद्धम् समिन्ध् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
अरणी अरणी pos=n,comp=y
सुतम् सुत pos=n,g=m,c=2,n=s