रामायणम् — 5.11.41
Original
Segmented
सागर-अनूप-जे देशे बहु-मूल-फल-उदके चिताम् कृत्वा प्रवेक्ष्यामि समिद्धम् अरणी-सुतम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सागर | सागर | pos=n,comp=y |
अनूप | अनूप | pos=n,comp=y |
जे | ज | pos=a,g=m,c=7,n=s |
देशे | देश | pos=n,g=m,c=7,n=s |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
मूल | मूल | pos=n,comp=y |
फल | फल | pos=n,comp=y |
उदके | उदक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
चिताम् | चिता | pos=n,g=f,c=2,n=s |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
प्रवेक्ष्यामि | प्रविश् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
समिद्धम् | समिन्ध् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
अरणी | अरणी | pos=n,comp=y |
सुतम् | सुत | pos=n,g=m,c=2,n=s |