रामायणम् — 5.1.98
Original
Segmented
दुष्करम् कृतवान् कर्म त्वम् इदम् वानर-उत्तम निपत्य मम शृङ्गेषु विश्रमस्व यथासुखम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दुष्करम् | दुष्कर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
कृतवान् | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वानर | वानर | pos=n,comp=y |
उत्तम | उत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |
निपत्य | निपत् | pos=vi |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
शृङ्गेषु | शृङ्ग | pos=n,g=n,c=7,n=p |
विश्रमस्व | विश्रम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
यथासुखम् | यथासुखम् | pos=i |