रामायणम् — 5.1.77
Original
Segmented
अहम् इक्ष्वाकु-नाथेन सगरेण विवर्धितः इक्ष्वाकु-सचिवः च अयम् न अवसद् अर्हति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
इक्ष्वाकु | इक्ष्वाकु | pos=n,comp=y |
नाथेन | नाथ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
सगरेण | सगर | pos=n,g=m,c=3,n=s |
विवर्धितः | विवर्धय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इक्ष्वाकु | इक्ष्वाकु | pos=n,comp=y |
सचिवः | सचिव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अवसद् | अवसद् | pos=vi |
अर्हति | अर्ह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |