रामायणम् — 5.1.67
Original
Segmented
विकर्षन्न् ऊर्मि-जालानि बृहन्ति लवणाम्भसि अत्यक्रामत् महा-वेगः तरङ्गान् गणयन्न् इव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विकर्षन्न् | विकृष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऊर्मि | ऊर्मि | pos=n,comp=y |
जालानि | जाल | pos=n,g=n,c=2,n=p |
बृहन्ति | बृहत् | pos=a,g=n,c=2,n=p |
लवणाम्भसि | लवणाम्भस् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
अत्यक्रामत् | अतिक्रम् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
वेगः | वेग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तरङ्गान् | तरंग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
गणयन्न् | गणय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |