रामायणम् — 5.1.58
Original
Segmented
लाङ्गूल-चक्रेण महाञ् शुक्ल-दंष्ट्रः ऽनिलात्मजः व्यरोचत महा-प्राज्ञः परिवेषी इव भास्करः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
लाङ्गूल | लाङ्गूल | pos=n,comp=y |
चक्रेण | चक्र | pos=n,g=n,c=3,n=s |
महाञ् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
शुक्ल | शुक्ल | pos=a,comp=y |
दंष्ट्रः | दंष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽनिलात्मजः | अनिलात्मज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
व्यरोचत | विरुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
प्राज्ञः | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
परिवेषी | परिवेषिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
भास्करः | भास्कर | pos=n,g=m,c=1,n=s |