रामायणम् — 5.1.190
Original
Segmented
स सागरम् दानव-पन्नग-आयुतम् बलेन विक्रम्य महा-ऊर्मि-मालिनम् निपत्य तीरे च महा-उदधेः तदा ददर्श लङ्काम् अमरावतीम् इव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सागरम् | सागर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दानव | दानव | pos=n,comp=y |
पन्नग | पन्नग | pos=n,comp=y |
आयुतम् | आयुत | pos=a,g=m,c=2,n=s |
बलेन | बल | pos=n,g=n,c=3,n=s |
विक्रम्य | विक्रम् | pos=vi |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
ऊर्मि | ऊर्मि | pos=n,comp=y |
मालिनम् | मालिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
निपत्य | निपत् | pos=vi |
तीरे | तीर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
उदधेः | उदधि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
लङ्काम् | लङ्का | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अमरावतीम् | अमरावती | pos=n,g=f,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |