Original

ततः शरीरं संक्षिप्य तन्महीधरसंनिभम् ।पुनः प्रकृतिमापेदे वीतमोह इवात्मवान् ॥ १८७ ॥

Segmented

ततः शरीरम् संक्षिप्य तत् महीधर-संनिभम् पुनः प्रकृतिम् आपेदे वीत-मोहः इव आत्मवान्

Analysis

Word Lemma Parse
ततः ततस् pos=i
शरीरम् शरीर pos=n,g=n,c=2,n=s
संक्षिप्य संक्षिप् pos=vi
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
महीधर महीधर pos=n,comp=y
संनिभम् संनिभ pos=a,g=n,c=2,n=s
पुनः पुनर् pos=i
प्रकृतिम् प्रकृति pos=n,g=f,c=2,n=s
आपेदे आपद् pos=v,p=3,n=s,l=lit
वीत वी pos=va,comp=y,f=part
मोहः मोह pos=n,g=m,c=1,n=s
इव इव pos=i
आत्मवान् आत्मवत् pos=a,g=m,c=1,n=s