रामायणम् — 5.1.185
Original
Segmented
स महा-मेघ-संकाशम् समीक्ष्य आत्मानम् आत्मना निरुन्धन्तम् इव आकाशम् चकार मतिमान् मतिम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
मेघ | मेघ | pos=n,comp=y |
संकाशम् | संकाश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समीक्ष्य | समीक्ष् | pos=vi |
आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आत्मना | आत्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
निरुन्धन्तम् | निरुध् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
आकाशम् | आकाश | pos=n,g=n,c=2,n=s |
चकार | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मतिमान् | मतिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
मतिम् | मति | pos=n,g=f,c=2,n=s |