रामायणम् — 5.1.181
Original
Segmented
स तैः संभावितः पूज्यः प्रतिपन्न-प्रयोजनः जगाम आकाशम् आविश्य पन्नगाशन-वत् कपिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
संभावितः | सम्भावय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
पूज्यः | पूजय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
प्रतिपन्न | प्रतिपद् | pos=va,comp=y,f=part |
प्रयोजनः | प्रयोजन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
आकाशम् | आकाश | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आविश्य | आविश् | pos=vi |
पन्नगाशन | पन्नगाशन | pos=n,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |
कपिः | कपि | pos=n,g=m,c=1,n=s |