रामायणम् — 5.1.180
Original
Segmented
यस्य तु एतानि चत्वारि वानर-इन्द्र यथा तव धृतिः दृष्टिः मतिः दाक्ष्यम् स कर्मसु न सीदति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तु | तु | pos=i |
एतानि | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
चत्वारि | चतुर् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
वानर | वानर | pos=n,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
धृतिः | धृति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
दृष्टिः | दृष्टि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मतिः | मति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
दाक्ष्यम् | दाक्ष्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कर्मसु | कर्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=p |
न | न | pos=i |
सीदति | सद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |