Original

महर्षिगणगन्धर्वनागयक्षसमाकुले ।विविक्ते विमले विश्वे विश्वावसुनिषेविते ॥ १६२ ॥

Segmented

महा-ऋषि-गण-गन्धर्व-नाग-यक्ष-समाकुले विविक्ते विमले विश्वे विश्वावसु-निषेविते

Analysis

Word Lemma Parse
महा महत् pos=a,comp=y
ऋषि ऋषि pos=n,comp=y
गण गण pos=n,comp=y
गन्धर्व गन्धर्व pos=n,comp=y
नाग नाग pos=n,comp=y
यक्ष यक्ष pos=n,comp=y
समाकुले समाकुल pos=a,g=m,c=7,n=s
विविक्ते विविच् pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
विमले विमल pos=a,g=m,c=7,n=s
विश्वे विश्व pos=n,g=n,c=7,n=s
विश्वावसु विश्वावसु pos=n,comp=y
निषेविते निषेव् pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part