रामायणम् — 5.1.126
Original
Segmented
साह्यम् कृतम् ते सु महत् विक्रान्तस्य हनूमतः क्रमतो योजन-शतम् निर्भयस्य भये सति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
साह्यम् | साह्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
सु | सु | pos=i |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
विक्रान्तस्य | विक्रम् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
हनूमतः | हनुमन्त् | pos=n,g=,c=6,n=s |
क्रमतो | क्रम् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
योजन | योजन | pos=n,comp=y |
शतम् | शत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
निर्भयस्य | निर्भय | pos=a,g=m,c=6,n=s |
भये | भय | pos=n,g=n,c=7,n=s |
सति | अस् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |