रामायणम् — 5.1.108
Original
Segmented
पूर्वम् कृत-युगे तात पर्वताः पक्षिणो ऽभवन् ते ऽपि जग्मुः दिशः सर्वा गरुड-अनिल-वेगिन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पूर्वम् | पूर्वम् | pos=i |
कृत | कृत | pos=n,comp=y |
युगे | युग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
पर्वताः | पर्वत | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पक्षिणो | पक्षिन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऽभवन् | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऽपि | अपि | pos=i |
जग्मुः | गम् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
दिशः | दिश् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
सर्वा | सर्व | pos=n,g=f,c=2,n=p |
गरुड | गरुड | pos=n,comp=y |
अनिल | अनिल | pos=n,comp=y |
वेगिन् | वेगिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |