रामायणम् — 4.9.7
Original
Segmented
स तु वै निःसृतः क्रोधात् तम् हन्तुम् असुर-उत्तमम् वार्यमाणस् ततः स्त्रीभिः मया च प्रणत-आत्मना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
वै | वै | pos=i |
निःसृतः | निःसृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
क्रोधात् | क्रोध | pos=n,g=m,c=5,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
हन्तुम् | हन् | pos=vi |
असुर | असुर | pos=n,comp=y |
उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=m,c=2,n=s |
वार्यमाणस् | वारय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ततः | ततस् | pos=i |
स्त्रीभिः | स्त्री | pos=n,g=f,c=3,n=p |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
प्रणत | प्रणम् | pos=va,comp=y,f=part |
आत्मना | आत्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |