रामायणम् — 4.9.13
Original
Segmented
इह त्वम् तिष्ठ सुग्रीव बिल-द्वारि समाहितः यावद् अत्र प्रविश्य अहम् निहन्मि समरे रिपुम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इह | इह | pos=i |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
तिष्ठ | स्था | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
सुग्रीव | सुग्रीव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
बिल | बिल | pos=n,comp=y |
द्वारि | द्वार् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
समाहितः | समाहित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
यावद् | यावत् | pos=i |
अत्र | अत्र | pos=i |
प्रविश्य | प्रविश् | pos=vi |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
निहन्मि | निहन् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
रिपुम् | रिपु | pos=n,g=m,c=2,n=s |