Original

सुखं हि कारणं श्रुत्वा वैरस्य तव वानर ।आनन्तर्यं विधास्यामि संप्रधार्य बलाबलम् ॥ ४१ ॥

Segmented

सुखम् हि कारणम् श्रुत्वा वैरस्य तव वानर आनन्तर्यम् विधास्यामि सम्प्रधार्य बलाबलम्

Analysis

Word Lemma Parse
सुखम् सुख pos=n,g=n,c=2,n=s
हि हि pos=i
कारणम् कारण pos=n,g=n,c=2,n=s
श्रुत्वा श्रु pos=vi
वैरस्य वैर pos=n,g=m,c=6,n=s
तव त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
वानर वानर pos=n,g=m,c=8,n=s
आनन्तर्यम् आनन्तर्य pos=n,g=n,c=2,n=s
विधास्यामि विधा pos=v,p=1,n=s,l=lrt
सम्प्रधार्य सम्प्रधारय् pos=vi
बलाबलम् बलाबल pos=n,g=n,c=2,n=s