रामायणम् — 4.8.34
Original
Segmented
शङ्कया त्व् एतया च अहम् दृष्ट्वा त्वाम् अपि राघव न उपसर्पामि अहम् भीतो भये सर्वे हि बिभ्यति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शङ्कया | शङ्का | pos=n,g=f,c=3,n=s |
त्व् | तु | pos=i |
एतया | एतद् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
राघव | राघव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
उपसर्पामि | उपसृप् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
भीतो | भी | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
भये | भय | pos=n,g=n,c=7,n=s |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
हि | हि | pos=i |
बिभ्यति | भी | pos=v,p=3,n=p,l=lat |