रामायणम् — 4.7.10
Original
Segmented
बालिशस् तु नरो नित्यम् वैक्लव्यम् यो ऽनुवर्तते स मज्जत्य् अवशः शोके भार-आक्रान्ता इव नौः जले
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
बालिशस् | बालिश | pos=a,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
नरो | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
वैक्लव्यम् | वैक्लव्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽनुवर्तते | अनुवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मज्जत्य् | मज्ज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अवशः | अवश | pos=a,g=m,c=1,n=s |
शोके | शोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
भार | भार | pos=n,comp=y |
आक्रान्ता | आक्रम् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
नौः | नौ | pos=n,g=,c=1,n=s |
जले | जल | pos=n,g=n,c=7,n=s |