रामायणम् — 4.66.25
Original
Segmented
वासवस्य स वज्रस्य ब्रह्मणो वा स्वयम्भुवः विक्रम्य सहसा हस्ताद् अमृतम् तद् इह आनये लङ्काम् वा अपि समुत्क्षिप्य गच्छेयम् इति मे मतिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वासवस्य | वासव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
स | स | pos=i |
वज्रस्य | वज्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
ब्रह्मणो | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वा | वा | pos=i |
स्वयम्भुवः | स्वयम्भु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
विक्रम्य | विक्रम् | pos=vi |
सहसा | सहस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
हस्ताद् | हस्त | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अमृतम् | अमृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इह | इह | pos=i |
आनये | आनी | pos=v,p=1,n=s,l=lan |
लङ्काम् | लङ्का | pos=n,g=f,c=2,n=s |
वा | वा | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
समुत्क्षिप्य | समुत्क्षिप् | pos=vi |
गच्छेयम् | गम् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
इति | इति | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
मतिः | मति | pos=n,g=f,c=1,n=s |