Original

वीर वानरलोकस्य सर्वशास्त्रविदां वर ।तूष्णीमेकान्तमाश्रित्य हनुमन्किं न जल्पसि ॥ २ ॥

Segmented

तूष्णीम् एकान्तम् आश्रित्य हनुमन् किम् न जल्पसि

Analysis

Word Lemma Parse
तूष्णीम् तूष्णीम् pos=i
एकान्तम् एकान्त pos=n,g=m,c=2,n=s
आश्रित्य आश्रि pos=vi
हनुमन् हनुमन्त् pos=n,g=m,c=8,n=s
किम् pos=n,g=n,c=2,n=s
pos=i
जल्पसि जल्प् pos=v,p=2,n=s,l=lat