Original

अचरत्पर्वतस्याग्रे प्रावृडम्बुदसंनिभे ।विचित्रमाल्याभरणा महार्हक्षौमवासिनी ॥ ११ ॥

Segmented

अचरत् पर्वतस्य अग्रे प्रावृः-अम्बुद-संनिभे विचित्र-माल्य-आभरणा महार्ह-क्षौम-वासिन्

Analysis

Word Lemma Parse
अचरत् चर् pos=v,p=3,n=s,l=lan
पर्वतस्य पर्वत pos=n,g=m,c=6,n=s
अग्रे अग्र pos=n,g=n,c=7,n=s
प्रावृः प्रावृष् pos=n,comp=y
अम्बुद अम्बुद pos=n,comp=y
संनिभे संनिभ pos=a,g=n,c=7,n=s
विचित्र विचित्र pos=a,comp=y
माल्य माल्य pos=n,comp=y
आभरणा आभरण pos=n,g=f,c=1,n=s
महार्ह महार्ह pos=a,comp=y
क्षौम क्षौम pos=n,comp=y
वासिन् वासिन् pos=a,g=f,c=1,n=s