रामायणम् — 4.65.1
Original
Segmented
अनेक-शत-साहस्रीम् विषण्णाम् हरि-वाहिनीम् जाम्बवान् समुदीक्ष्य एवम् हनुमन्तम् अथ अब्रवीत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अनेक | अनेक | pos=a,comp=y |
शत | शत | pos=n,comp=y |
साहस्रीम् | साहस्र | pos=a,g=f,c=2,n=s |
विषण्णाम् | विषद् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
हरि | हरि | pos=n,comp=y |
वाहिनीम् | वाहिनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
जाम्बवान् | जाम्बवन्त् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
समुदीक्ष्य | समुदीक्ष् | pos=vi |
एवम् | एवम् | pos=i |
हनुमन्तम् | हनुमन्त् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अथ | अथ | pos=i |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |