रामायणम् — 4.63.9
Original
Segmented
विषण्णाम् वाहिनीम् दृष्ट्वा सागरस्य निरीक्षणात् आश्वासयामास हरीन् भय-आर्तान् हरि-सत्तमः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विषण्णाम् | विषद् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
वाहिनीम् | वाहिनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
सागरस्य | सागर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
निरीक्षणात् | निरीक्षण | pos=n,g=n,c=5,n=s |
आश्वासयामास | आश्वासय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
हरीन् | हरि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
भय | भय | pos=n,comp=y |
आर्तान् | आर्त | pos=a,g=m,c=2,n=p |
हरि | हरि | pos=n,comp=y |
सत्तमः | सत्तम | pos=a,g=m,c=1,n=s |