रामायणम् — 4.6.23
Original
Segmented
मम दयिततमा हृता वनाद् रजनिचरेण विमथ्य येन सा कथय मम रिपुम् तम् अद्य वै प्रवग-पते यम-संनिधि नयामि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
दयिततमा | दयिततम | pos=a,g=f,c=1,n=s |
हृता | हृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
वनाद् | वन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
रजनिचरेण | रजनिचर | pos=n,g=m,c=3,n=s |
विमथ्य | विमथ् | pos=vi |
येन | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
कथय | कथय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
रिपुम् | रिपु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अद्य | अद्य | pos=i |
वै | वै | pos=i |
प्रवग | प्रवग | pos=n,comp=y |
पते | पति | pos=n,g=m,c=8,n=s |
यम | यम | pos=n,comp=y |
संनिधि | संनिधि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
नयामि | नी | pos=v,p=1,n=s,l=lat |