Original

हरता मैथिलीं येन मां च रोषयता भृशम् ।आत्मनो जीवितान्ताय मृत्युद्वारमपावृतम् ॥ २२ ॥

Segmented

हरता मैथिलीम् येन माम् च रोषयता भृशम् आत्मनो जीवितान्ताय मृत्यु-द्वारम् अपावृतम्

Analysis

Word Lemma Parse
हरता हृ pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part
मैथिलीम् मैथिली pos=n,g=f,c=2,n=s
येन यद् pos=n,g=m,c=3,n=s
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
pos=i
रोषयता रोषय् pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part
भृशम् भृशम् pos=i
आत्मनो आत्मन् pos=n,g=m,c=6,n=s
जीवितान्ताय जीवितान्त pos=n,g=m,c=4,n=s
मृत्यु मृत्यु pos=n,comp=y
द्वारम् द्वार pos=n,g=n,c=1,n=s
अपावृतम् अपावृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part