Original

कृत्वा निःशब्दमेकाग्राः शृण्वन्तु हरयो मम ।तत्त्वं संकीर्तयिष्यामि यथा जानामि मैथिलीम् ॥ ३ ॥

Segmented

कृत्वा निःशब्दम् एकाग्राः शृण्वन्तु हरयो मम तत्त्वम् संकीर्तयिष्यामि यथा जानामि मैथिलीम्

Analysis

Word Lemma Parse
कृत्वा कृ pos=vi
निःशब्दम् निःशब्द pos=n,g=m,c=2,n=s
एकाग्राः एकाग्र pos=a,g=m,c=1,n=p
शृण्वन्तु श्रु pos=v,p=3,n=p,l=lot
हरयो हरि pos=n,g=m,c=1,n=p
मम मद् pos=n,g=,c=6,n=s
तत्त्वम् तत्त्व pos=n,g=n,c=2,n=s
संकीर्तयिष्यामि संकीर्तय् pos=v,p=1,n=s,l=lrt
यथा यथा pos=i
जानामि ज्ञा pos=v,p=1,n=s,l=lat
मैथिलीम् मैथिली pos=n,g=f,c=2,n=s