रामायणम् — 4.59.10
Original
Segmented
अवतीर्य च विन्ध्य-अग्रात् कृच्छ्रेण विषमात् शनैस् तीक्ष्ण-दर्भाम् वसुमतीम् दुःखेन पुनः आगतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अवतीर्य | अवतृ | pos=vi |
च | च | pos=i |
विन्ध्य | विन्ध्य | pos=n,comp=y |
अग्रात् | अग्र | pos=n,g=n,c=5,n=s |
कृच्छ्रेण | कृच्छ्र | pos=n,g=n,c=3,n=s |
विषमात् | विषम | pos=a,g=n,c=5,n=s |
शनैस् | शनैस् | pos=i |
तीक्ष्ण | तीक्ष्ण | pos=a,comp=y |
दर्भाम् | दर्भ | pos=n,g=f,c=2,n=s |
वसुमतीम् | वसुमती | pos=n,g=f,c=2,n=s |
दुःखेन | दुःख | pos=n,g=n,c=3,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
आगतः | आगम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |