रामायणम् — 4.58.6
Original
Segmented
श्रूयताम् इह वैदेह्या यथा मे हरणम् श्रुतम् येन च अपि मे आख्यातम् यत्र च आयत-लोचना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
श्रूयताम् | श्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
इह | इह | pos=i |
वैदेह्या | वैदेही | pos=n,g=f,c=6,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
हरणम् | हरण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
श्रुतम् | श्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
येन | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
आख्यातम् | आख्या | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
यत्र | यत्र | pos=i |
च | च | pos=i |
आयत | आयम् | pos=va,comp=y,f=part |
लोचना | लोचन | pos=n,g=f,c=1,n=s |