रामायणम् — 4.58.15
Original
Segmented
तत्र कश्चिद् मया दृष्टः सूर्य-उदय-सम-प्रभाम् स्त्रियम् आदाय गच्छन् वै भिन्नाञ्जन-चय-उपमः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्र | तत्र | pos=i |
कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
दृष्टः | दृश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
सूर्य | सूर्य | pos=n,comp=y |
उदय | उदय | pos=n,comp=y |
सम | सम | pos=n,comp=y |
प्रभाम् | प्रभा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
स्त्रियम् | स्त्री | pos=n,g=f,c=2,n=s |
आदाय | आदा | pos=vi |
गच्छन् | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
वै | वै | pos=i |
भिन्नाञ्जन | भिन्नाञ्जन | pos=n,comp=y |
चय | चय | pos=n,comp=y |
उपमः | उपम | pos=a,g=m,c=1,n=s |