रामायणम् — 4.57.8
Original
Segmented
जटायुषस् त्व् एवम् उक्तो भ्रात्रा संपातिना तदा युवराजो महा-प्राज्ञः प्रत्युवाच अङ्गदः तदा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जटायुषस् | जटायुस् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
त्व् | तु | pos=i |
एवम् | एवम् | pos=i |
उक्तो | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
भ्रात्रा | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
संपातिना | सम्पाति | pos=n,g=m,c=3,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
युवराजो | युवराज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
प्राज्ञः | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
प्रत्युवाच | प्रतिवच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अङ्गदः | अङ्गद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तदा | तदा | pos=i |