रामायणम् — 4.57.17
Original
Segmented
सूर्य-प्रभा इव शैल-अग्रे तस्याः कौशेयम् उत्तमम् असिते राक्षसे भाति यथा वा तडित्-अम्बुदे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सूर्य | सूर्य | pos=n,comp=y |
प्रभा | प्रभा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
शैल | शैल | pos=n,comp=y |
अग्रे | अग्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
तस्याः | तद् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
कौशेयम् | कौशेय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
असिते | असित | pos=a,g=m,c=7,n=s |
राक्षसे | राक्षस | pos=n,g=m,c=7,n=s |
भाति | भा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
यथा | यथा | pos=i |
वा | वा | pos=i |
तडित् | तडित् | pos=n,comp=y |
अम्बुदे | अम्बुद | pos=n,g=m,c=7,n=s |