रामायणम् — 4.54.9
Original
Segmented
भिन्नमन्त्रो ऽपराद्धः च हीन-शक्तिः कथम् ह्य् अहम् किष्किन्धाम् प्राप्य जीवेयम् अनाथ इव दुर्बलः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भिन्नमन्त्रो | भिन्नमन्त्र | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ऽपराद्धः | अपराध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
हीन | हा | pos=va,comp=y,f=part |
शक्तिः | शक्ति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कथम् | कथम् | pos=i |
ह्य् | हि | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
किष्किन्धाम् | किष्किन्धा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
जीवेयम् | जीव् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
अनाथ | अनाथ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
दुर्बलः | दुर्बल | pos=a,g=m,c=1,n=s |