रामायणम् — 4.51.19
Original
Segmented
सर्वेषाम् परितुष्टा अस्मि वानराणाम् तरस्विनाम् चरन्त्या मम धर्मेण न कार्यम् इह केनचित्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सर्वेषाम् | सर्व | pos=n,g=m,c=6,n=p |
परितुष्टा | परितुष् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
वानराणाम् | वानर | pos=n,g=m,c=6,n=p |
तरस्विनाम् | तरस्विन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
चरन्त्या | चर् | pos=va,g=f,c=6,n=s,f=part |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
धर्मेण | धर्म | pos=n,g=m,c=3,n=s |
न | न | pos=i |
कार्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
इह | इह | pos=i |
केनचित् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=3,n=s |