रामायणम् — 4.5.14
Original
Segmented
ततो हनूमान् संत्यज्य भिक्षु-रूपम् अरिंदमः काष्ठयोः स्वेन रूपेण जनयामास पावकम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
हनूमान् | हनुमन्त् | pos=n,g=,c=1,n=s |
संत्यज्य | संत्यज् | pos=vi |
भिक्षु | भिक्षु | pos=n,comp=y |
रूपम् | रूप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अरिंदमः | अरिंदम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
काष्ठयोः | काष्ठ | pos=n,g=n,c=7,n=d |
स्वेन | स्व | pos=a,g=n,c=3,n=s |
रूपेण | रूप | pos=n,g=n,c=3,n=s |
जनयामास | जनय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
पावकम् | पावक | pos=n,g=m,c=2,n=s |