रामायणम् — 4.49.12
Original
Segmented
गिरि-जाल-आवृतान् देशान् मार्गित्वा दक्षिणाम् दिशम् वयम् सर्वे परिश्रान्ता न च पश्यामि मैथिलीम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गिरि | गिरि | pos=n,comp=y |
जाल | जाल | pos=n,comp=y |
आवृतान् | आवृ | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
देशान् | देश | pos=n,g=m,c=2,n=p |
मार्गित्वा | मार्ग् | pos=vi |
दक्षिणाम् | दक्षिण | pos=a,g=f,c=2,n=s |
दिशम् | दिश् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
परिश्रान्ता | परिश्रम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
पश्यामि | दृश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
मैथिलीम् | मैथिली | pos=n,g=f,c=2,n=s |