रामायणम् — 4.47.14
Original
Segmented
तत्र च अपि महात्मानो न अपश्यन् जनकात्मजाम् हर्तारम् रावणम् वा अपि सुग्रीव-प्रिय-कारिणः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्र | तत्र | pos=i |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
महात्मानो | महात्मन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
न | न | pos=i |
अपश्यन् | पश् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
जनकात्मजाम् | जनकात्मजा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
हर्तारम् | हर्तृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
रावणम् | रावण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वा | वा | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
सुग्रीव | सुग्रीव | pos=n,comp=y |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
कारिणः | कारिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |