रामायणम् — 4.45.5
Original
Segmented
ततो ऽहम् तत्र निक्षिप्तो गुहाद् वारि-विनीत-वत् न च निष्क्रमते वाली तदा संवत्सरे गते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
निक्षिप्तो | निक्षिप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
गुहाद् | गुह | pos=n,g=m,c=5,n=s |
वारि | वारि | pos=n,comp=y |
विनीत | विनी | pos=va,comp=y,f=part |
वत् | वत् | pos=i |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
निष्क्रमते | निष्क्रम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
वाली | वालिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
संवत्सरे | संवत्सर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
गते | गम् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |