रामायणम् — 4.45.14
Original
Segmented
इदानीम् मे स्मृतम् राजन् यथा वाली हरि-ईश्वरः मतंगेन तदा शप्तो ह्य् अस्मिन्न् आश्रम-मण्डले
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इदानीम् | इदानीम् | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
स्मृतम् | स्मृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
वाली | वालिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हरि | हरि | pos=n,comp=y |
ईश्वरः | ईश्वर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मतंगेन | मतंग | pos=n,g=m,c=3,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
शप्तो | शप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ह्य् | हि | pos=i |
अस्मिन्न् | इदम् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
आश्रम | आश्रम | pos=n,comp=y |
मण्डले | मण्डल | pos=n,g=n,c=7,n=s |